“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥”
In on announcing if of comparison beautiful scenario pianoforte projection.
A sacred Hindu ritual performed to honor and liberate the souls of ancestors. Tripindi Puja
Experience the divine with our expert-led Puja Booking Services. Whether it’s for peace, prosperity, health, or ancestral blessings, we arrange Vedic rituals with authentic procedures and devotion. Book your puja with experienced priests, get all samagri arranged, and invite auspicious energy into your life—at home or temple.
धर्म ही जीवन की शक्ति है, और शुद्ध कर्मों से ही आत्मा को शांति और संसार में सुख प्राप्त होता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में कम-से-कम एक बार शास्त्रविधि अनुसार पूजा अवश्य करानी चाहिए।”
– आचार्य आशीष कृष्ण जी

आचार्य आशीष कृष्ण जी एक प्रतिष्ठित और अनुभवी वैदिक आचार्य हैं, जो पिछले कई वर्षों से भारत के विभिन्न हिस्सों में धार्मिक सेवा प्रदान कर रहे हैं। इन्होंने वेद, पुराण, ज्योतिष और संस्कार विधियों में गहरी विद्वता प्राप्त की है। पारंपरिक वैदिक पद्धति से हर प्रकार की पूजा जैसे गृह प्रवेश, नामकरण, मुंडन, रुद्राभिषेक, नवग्रह शांति, विवाह संस्कार, त्रिपिंडी श्राद्ध, पितृ दोष निवारण, आदि में निपुण हैं।
उनकी सरल भाषा, शुद्ध उच्चारण, और भक्तिपूर्ण भाव से की गई पूजा से भक्तों को शांति, सकारात्मक ऊर्जा और आशीर्वाद प्राप्त होता है। आचार्य जी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से सेवाएँ उपलब्ध कराते हैं।

सह-आचार्य रंजीत कृष्ण जी एक कुशल, निष्ठावान और शास्त्रसंपन्न ब्राह्मण हैं, जो महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान, उज्जैन से वेदविद्या में औपचारिक रूप से शिक्षित हैं वेदों, वेदांगों, संस्कारों और वैदिक अनुष्ठानों में इनकी गहन पकड़ है।

एक कुशल, निष्ठावान और शास्त्रसंपन्न ब्राह्मण हैं, जो महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान, उज्जैन से वेदविद्या में औपचारिक रूप से शिक्षित हैं वेदों, वेदांगों, संस्कारों और वैदिक अनुष्ठानों में इनकी गहन पकड़ है।
वेद कोई मात्र पुस्तक नहीं, अपितु वह सनातन चेतना है, जो प्रत्येक जीव के भीतर ब्रह्म की उपस्थिति का बोध कराती है। वेद हमें सिखाते हैं कि सत्य केवल शब्दों में नहीं, आचरण में होता है। पूजा, हवन, जप, तप — ये सब उस आत्म-शुद्धि के साधन हैं, जिससे जीवन में दिव्यता उतरती है।




9 AM & 11 AM
All days 7 PM
Sunday 9 AM